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*साइबर सतर्कता रथ को हरी झंडी एसपी ने दिखाई*

*छग शासन व स्टेट बैंक के सहयोग से निकला सायबर सतर्कता रथ*



सारंगढ़ । भा. स्टेट बैंक  कार्यालय के सामने पुलिस अधीक्षक आंजनैय वैष्णव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती निमिषा पांडे, उप पुलिस अधीक्षक अविनाश मिश्रा , साइबर सेल के अधिकारी और कर्मचारी , भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजर लाल बाबू प्रसाद गुप्ता के साथ समाजसेवी महेंद्र अग्रवाल , घनश्याम बंसल , टीआई हक की उपस्थिति में साइबर सतर्कता रथ को एवं साइबर सतर्कता नुक्कड़ नाटक टीम को पुलिस कप्तान आंजनेय वैष्णव, श्रीमती निमिषा पांडे, अविनाश मिश्रा, लालबाबू प्रसाद गुप्ता , कामिल हक , महेंद्र अग्रवाल के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रथ को विदा किया गया । इस दौरान स्टेट बैंक मैनेजर गुप्ता जी ने बताया कि – साइबर सतर्कता यह रथ जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ में चार माह तक हर गांव , हर गली में साइबर जागरूकता फैलाएगी । इस के साथ ही साथ जिले भर में साइबर जागरूकता नुक्कड़ नाटक भी हाट बाजारों में प्रदर्शित किया जाएगा ।

पुलिस कप्तान आंजनेय  वैष्णव से पूछे गए सवाल की श्रीमान साइबर ठगी किसे कहते हैं ? उन्होंने बताया कि – आज के डिजिटल युग में जहाँ इंटरनेट, मोबाइल बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग और सोशल मीडिया हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं, साइबर अपराधी भी सक्रिय हैं। वे लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। इसे ही साइबर ठगी कहा जाता है । साइबर ठगी के आम तरीके फ़िशिंग नकली ईमेल या मैसेज भेज कर पासवर्ड, ओटीपी या बैंक डिटेल्स लेना। वॉट्सऐप  सोशल मीडिया से ठगी मित्र या रिश्तेदार के नाम से संदेश भेजकर पैसे माँगना । नकली वेबसाइट या ऐप से सामान मंगवाकर पैसा ले लेना पर माल न भेजना । बैंक कर्मी , अधिकारी सरकारीअफसर बनकर कॉल कर पासवर्ड , OTP माँगना , फर्जी इनाम या नौकरी का लालच देकर पैसा ठगना । एटीएम, डेबिट कार्ड की जानकारी चोरी करके पैसे निकाल लेना यहीं सायबर ठगी है

अति. पुलिस कप्तान निमिषा पांडे से पूछे गए सवाल कि – साइबर सतर्कता क्या है ? उन्होंने बताया कि – सायबर ठगी से बचने यें उपाय किए जायें । जिसमें किसी भी अनजान लिंक, ईमेल या संदेश पर क्लिक न करें । अपना OTP, पासवर्ड, UPI पिन किसी से साझा न करें। ऑनलाइन भुगतान हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या ऐप पर ही करें । बैंक या सरकारी संस्था कभी भी फोन पर गोपनीय जानकारी नहीं मांगती सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जान कारी मोबाइल नंबर, आधार, पैन सार्वजनिक न करें ।
कंप्यूटर , मोबाइल में एंटी वायरस और सिक्योरिटी अपडेट लगाते रहें। संदिग्ध लेन-देन होने पर तुरंत बैंक और राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर जानकारी देवें । संदिग्ध लेन-देन होने पर तुरंत बैंक और राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल (www. cybercrime. gov.in) या 1930 हेल्पलाइन पर शिकायत करें।

बैंक मैनेजर गुप्ता जी ने बताया कि – साइबर ठगी से बचने का सबसे प्रभावी उपाय जागरूकता सतर्कता है, जितने समझदार हम ऑनलाइन रहेंगे, उतनी ही सुरक्षित हमारी डिजिटल दुनिया होगी। अंत में उप पुलिस अधीक्षक अविनाश मिश्रा ने बताया कि – साइबर अपराध से बचने का मजबूत तरीका है , खुद सावधान रहें और किसी भी लालच में ना आएं यदि हम खुद सतर्क नहीं रहे और किसी लालच में आ गए तो साइबर अपराध की चपेट में आ जाएंगे ।साइबर अपराध से सुरक्षित रहना है तो हर डिजिटल व्यवहार में समझदारी और सतर्कता अपनानी होगी ।साइबर फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करायें । इस कार्यक्रम में भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारी और कर्मचारी के साथ समाज सेवी महेंद्र अग्रवाल घनश्याम बंसल व गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही ।

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