*एनेस्थिसियोलॉजी व क्रिटीकल केयर में जिले का मान बढ़ाया- डॉ.जीडी खरे*

सारंगढ़ । कोसीर निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक दुजेराम खरे के सबसे छोटे बेटे डॉ. जीडी खरे की प्रारंभिक शिक्षा दुलदुला, जशपुरनगर से ततपश्चात इंटर की पढ़ाई मोना मॉडर्न स्कूल सारंगढ़ से हुई। अपने दूसरे ही प्रयास पर एमबीबीएस के अध्ययन हेतु पं. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर के लिए चयनित हुए । तदोपरांत स्नातकोत्तर डिग्री के अध्ययन हेतु सत्र 2022 में देश के सर्वोच्च चिकित्सा शिक्षण संस्थान संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडि. साइंस लखनऊ (उप्र) में एनेस्थीसियोलॉजी विभाग में चयन हुवा। जहां डॉ.जीडी. खरे ने अध्ययन के दौरान मरीजों के सभी तरह के ऑपरेशन्स व प्रत्यारोपण के समय मरीज को हर तरह से हैंडल करने का ज्ञानअर्जन किया, साथ ही क्रिटीकल केयर मैनेजमेंट में भी महारत हासिल किए । तीन वर्ष के निश्चित अवधि में होने वाली परीक्षा में भी शानदार प्रदर्शन के साथ सफलता प्राप्त की है। अब वे पूरी तरह से अपने इस कार्य मे पारंगत हो चुके हैं। सम्बंधित राज्य उप्र के विश्व विद्यालयिन अनुबंध अनुसार दो वर्ष की सेवा देने के उपरांत ही अपने छगराज्य में सेवा दे सकेंगे। इनके हम सफ़र डॉ. सुधा खरे एमबी बीएस. डॉ0 खरे परिवार का लक्ष्य छग के साथ अपने जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है जो जांच व ईलाज बड़े शहरों में ही सम्भव है उसे इस सारंगढ़ की धरती पर भी हो सकने का अथक प्रयास करना है।


