*STOP डायरिया कैंपेन सारंगढ़ में*

सारंगढ़ । जिला कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे केनिर्देशनुसार डॉ एफआर निराला सीएम एचओ के मार्गदर्शन में जिले 16 जून से STOP डायरिया कैंपेन प्रारंभ हो रही है 0 से 5 वर्ष के बच्चो में मृत्यु का एक मुख्य कारण डायरिया होता है, कार्यक्रम आयोजित होंगे ANM avm मितानिनों को डायरिया प्रबंधन, उपचार एवं काउंसलिंग के लिए सेक्टर स्तर पर प्रशिक्षण आयोजित करने है । स्वास्थ्य केंद्रों की पानी की टंकियों की सफाई कराई जाय वैसे तो सभी घरों के टंकी को सफाई कराने के लिए प्रेरित भी की जाएगी । ग्राम स्तर पर नारे लेखन व विभिन्न माध्यमों से प्रचार प्रसार होने है टीवी रेडियो से लेकर व्हाट्सप्प फेसबुक ट्विटर कोटवार द्वारा मुनादी आदि ANM एवं मितानिन को प्रशिक्षित करना , हाथ धोने की विधि को जन समुदाय में करके दिखाना ।
विदित हो कि जब ORS के पैकेट उपलब्ध न हो उस वक्त नमक चीनी के साथ घोल कैसे बनाए बना कर सीखना सुरक्षित पेयजल एवं स्वच्छ शौचालय के बारे में बताना दिशानिर्देश अनुसार दस्त प्रबंधन में प्लान A , प्लान B एवं प्लान C के बारे में बताना , हर स्वास्थ्य केंद्रों में ORS एवं जिंक कॉर्नर बनाना, ओपीडी, वार्डो में NRC में डायरिया प्रबंधन हाथ धोने की विधि ,ORS घोल बनाने की विधि के बारे में बताना , पहुंच विहीन क्षेत्रों में दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करना , गंभीर दस्त के लक्षणों या जटिलताओं को लोगो को बताना जल जनित बीमारियों के बारे में पब्लिक को जागरूक करना उच्च जोखिम वाले क्षेत्र जैसे -ईंटभटा ,खानाबदोश , बाढ़ प्रभावित क्षेत्र, उपस्वास्थ्य केंद्र जहां ANM नहो प्रवासी मजदूर मलिनबस्ती मितानिन सभी घरों में जायेंगे जहां 0 से 5 वर्ष के बच्चे होंगे वहां ORS एवं जिंक की गोली देगे डायरिया होने की स्थिति में कैसे देने है बताएंगे यहां हाथ धोने की विधि ORS बनाने की विधि सिखाएंगे , मितानिन द्वारा स्वच्छता के बारे में बताएंगे व डायरिया के जटिलताओं को घर वाले को बताएंगे , mcp कार्ड में पृष्ठ क्रमांक 9 में प्रदर्शित दस्त के दौरान किए जानेवाले सावधानी की जान कारी भी ANM देंगे स्कूल vhsnd शिविर , संकुल बैठक आउटरीच सत्र में भी जागरूक किए जाएंगे चिरायु टीम के द्वारा भी आंगनवाड़ी केंद्रों, स्कूलों में उक्त बाते को सिखाएंगे बच्चो के नाखून काटने। खाना खाने के पहले साबुन से हाथ धोने की विधि तथा शौच के बाद हाथ धोने के महत्व को बताएंगेस्वास्थ्य केंद्रों में ors एवं जिंक की उपलब्धता बनी रहे , ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल की प्रिंट करा वार्डो में लगाए जाना सुनिश्चित किये जायेगें ।


