
बिलाईगढ़ । विधान सभा में वनांचल क्षेत्र के किसान वर्षा नहीं होने से परेशान नजर आ रहे हैं और किसानों को अकाल की स्थिति पैदा होने की डर सताने लगी है । यदि हफ्ते के भीतर वनांचल क्षेत्र में बारिश नहीं होती है तो, किसानों की फसल में 25% की उत्पादन क्षमता में कमी आ जाएगी और 15 दिवस पानी नहीं गिरती है तो किसानों का फसल आधा अर्थात 50% हो जाएगा क्यों कि – अधिकतर किसानों की खेती, आधा भगवान भरोसे है तो, आधा स्वयं के सिंचाई साधन के भरोसे होती है ।इस प्रकार किसान आज छग शासन की ओर नजरे लगा कर बैठी है, परन्तु शासन द्वारा किसानों को मदद ना करके तड़फाने का काम कर रही है । शुरुआत में किसानों को उच्च क्वालिटी के खाद नहीं मिलने से परेशानी हुई, दूसरी बिजली बिल की कटौती और बिजली बिल के मूल्य वृद्धि से परेशानी हुई, तीसरी किसानों को सिलेंडर की सब्सिडी बढ़ने से परेशानी हुई, इस प्रकार से यह साय सरकार, किसान विरोधी होने का परिचय दे रही है । यह प्रतिक्रिया व्यक्त किए हैं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सोनाखान के अध्यक्ष युधिष्ठिर नायक ने । छग सरकार से अपील किया है कि, वनांचल क्षेत्र में सूखा स्थिति को भापकर, एक हफ्ते के भीतर पानी नहीं गिरती है तो सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करें, और किसानों को उचित मुआवजा प्रदान करें, यहां देवरुम, देवगांव, बागमडा, राजा देवरी , नगेड़ी, नागेड़ा , गनियारी, बिलारी, छाता, मनदीप, थरगांव, चंदन, गोलाझर, सुखरी, अमरुआ आदि आदि प्रमुख गांव है ।
