*कलेक्टर से मिलने 5 किलोमीटर पैदल चले, प्रशासन नाकेबंदी के बाद भी न रोक पाई*


बिजली है न पानी… भोजन को भी तरसे बच्चे इसलिए सड़कों पर उतरे
बलौदाबाजार में सोनाखान के आवासीय विद्यालय के बच्चे बिजली, पानी और भोजन की समस्या को लेकर सोनाखान से पैदल कलेक्टर बलौदाबाजार से मिलने विवश हो गए। डोंगरीडी तक पैदल आ भी गए। अधिकारियों ने मुश्किल से समझाया और कुछ चार-पाँच बच्चों को कलेक्टर से मिलवाना पड़ा।
समस्या गंभीर है। आवासीय विद्यालय में पानी भी ना हो, भोजन भी ना मिले और बिजली भी नहीं हो, तो आप समझ सकते हैं कि समस्या कितनी गंभीर है। ये नौबत क्यों आने दी। यही हाल बलौदाबाजार-भाटापारा के सभी अनुसूचित जाति जनजाति के छात्रावासों का भी है।
हॉस्टल के कर्मचारी अधिकारी एवं कलेक्टर दर पर कार्य कर रहे क्लास फोर के लोग कभी भी अपने कार्य पर ध्यान न देकर राजनीतिक गतिविधि में लिप्त रहकर अनुपस्थित रहते हैं। कलेक्टर दीपक सोनी जी ने इस पर संज्ञान लेने की बात कही है। प्रशासन के लोग इतनी लापरवाही क्यों बरतते हैं।