*रायगढ़ जिले में अवैध रेत खनन जारी , खनिज निरीक्षक आशीष की है कृपा*
*कलेक्टर के निर्देशों को माइनिंग विभाग दिखा रहा है ठेंगा*
*अवैध रूप से रेत का है भंडारण लेकिन खनिज निरीक्षक नहीं कर रहे कार्यवाही और जप रहे हैं नमो नमो*


सारंगढ़ । रायगढ़ माइनिंग विभाग के खनिज निरीक्षक इन दिनों चर्चे पर है , एक तरफ सरकार सख्त आदेश निकाली है कि – अवैध रूप से निर्यात खनन पर कार्य वाही करें , लेकिन यहां तो रायगढ़ जिले में इसका उल्टा ही नजर आ रहा है । वही लोगों के बताए अनुसार एक खनिज इंस्पेक्टर आशीष गढ़पाले कई सालों से रायगढ़ जिले में पदस्थ है व उनके इशारे पर अवैध रूप से चाहे रेत की खनन हो या फिर परिवहन , इन सब पर उनकी नजर बनी रहती है और जैसे ही लक्ष्मी जी की कृपा आशीष पर बरसती है तो चाहे रेत की खनन हो या फिर अवैध रूप से गिट्टी का परिवहन , गढ़पाले के राज में खुला छूट दे दिया जाता है व शासन प्रशासन को लाखों का चूना लगाया जा रहा है ।
अब कंधा उनका है या किसी और का, इसका जवाब तो खनिज विभाग के आला अफसरान ही दे सकते हैं। इन दिनों बगैर रॉयल्टी के सैकड़ों गाडिय़ों का निर्बाध गति से संचालन हो रहा है, जिससे राजस्व को लाखों रुपए का प्रतिदिन नुकसान हो रहा है और वहीं इस प्रकार की मनोवृत्ति रखने वाले क्रेशर व्यवसायियों की बल्ले-बल्ले हो गई है वहीं, कुछ क्रेशर ऐसे है जिनका उत्पादन शून्य है मगर उन्हें रॉयल्टी आसानी से जारी हो रही है । खनिज विभाग में स्नेह आशीष और लक्ष्मी का बेजोड़ संगम देखने को मिल रहा है और जब राज को ईश की प्राप्ति होती है तो यह, रिश्ता और मजबूत नजर आता है । वहीं, लैलूंगा क्षेत्र के क्रेशरों में अंधा राज चल रहा है। यदि खनिज विभाग इन क्रेशरों की जन्मकुंडली खंगाले तो विभाग की आंखें अपने आप खुल जाएगा ।
*नमो – नमो की माला जप रहा है खनिज निरीक्षक आशीष गढ़पाले*
वही रायगढ़ कलेक्टर द्वारा सख्त निर्देश दिया गया है कि – अवैध रूप से जो भी परिवहन हो चाहे वह रेत का खनन हो या फिर अवैध गिट्टी का परिवहन हो , इस पर सख्त कार्यवाही किया जाए , लेकिन रायगढ़ जिले में पदस्थ खनिज निरीक्षक तो नमो नमो की माला जप रहे हैं । यूं कहें कि – अवैध रूप से रेत की भंडारण और परिवहन करने वालों को खुला छूट दे रखा है । रायगढ़ माइनिंग विभाग में बिना खनिज निरीक्षक के इशारे एक पत्ता भी नहीं हिलता है , दिन और रात अवैध रूप से कलेक्ट्रेट के सामने से रेत की परिवहन आपको देखने को मिल जाएगी , लेकिन उस समय खनिज अधिकारियों को कोई ध्यान नहीं रहता है । यूं कहें की लक्ष्मी जी की कृपा है तभी तो कार्यवाही अभी तक जीरो है ।
*रायगढ़ कलेक्टर के निर्देशों का उड़ाया जा रहा है धज्जियां*
वही रायगढ़ कलेक्टर द्वारा खनिज विभाग को सख्त निर्देश दिया गया है कि जो भी अवैध रूप से परिवहन करता हो उस पर माइनिंग विभाग सख्त कार्यवाही करें , लेकिन यहां तो गढ़पाले के राज में उल्टा ही हो रहा है , कलेक्टर साहब कह रहे हैं कि – कार्यवाही करो और माइनिंग इंस्पेक्टर कह रहे हैं की हमारे राज में बेधड़क होकर अवैध रूप से गिट्टी हो या फिर रेत इसका सेलिंग करो । ऐसा हम नहीं कह रहे हैं , लेकिन लोगों के जुबान पर है और ऐसा नहीं है कि – माइनिंग विभाग कार्यवाही नहीं करती है , माइनिंग विभाग कार्यवाही भी करती है और गाड़ी को चक्रधर नगर थाना भी लेकर जाती है , लेकिन क्या होता है 1 घंटे बाद खनिज विभाग के अकाउंट का फोन जाता है और उसमें रॉयल्टी है करके गाड़ियों को छोड़ दिया जाता है । ऐसा तो खनिज निरीक्षक का कारनामा है , आखिर इन पर कब होगी कार्यवाही या फिर शासन को कई सालों से जमे हुए हैं तो लगाते रहेंगे चुना या फिर इस पर कड़ी कार्यवाही का कलेक्टर देंगे निर्देश यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा ।
*क्रेशर मालिकों से है आशीष की दोस्ताना तो फिर काहे का डर*
वही मिली जानकारी के अनुसार कई सालों से जमे हुए खनिज निरीक्षक आशीष गढ़पाले का दोस्ताना कई क्रशर मालिकों के साथ है । खरसिया , धर्मजयगढ़ , लैलूंगा इन सभी जगहों में आशीष की दोस्ताना है और इन पर एक भी कार्यवाही नहीं होगी , क्योंकि वह तो क्रेशर मालिकों से दोस्ती करके दोस्ती निभा रहे हैं या फिर कहें कि लक्ष्मी जी बरसा रहे हैं और आशीष इन क्रेशर मालिकों को खुला छूट दे रखे हैं । चाहे वह अवैध रूप से परिवहन की हो या फिर भंडारण , आज तक इन पर रायगढ़ माइनिंग विभाग की कार्यवाही देखने को नहीं मिली है । रायगढ़ में बैठे उपसंचालक भी इनके इशारों पर नाचने को मजबूर हैं , क्योंकि आशीष पर ही लक्ष्मी जी की कृपा बरस रहे हैं और जिनके ऊपर लक्ष्मी जी की कृपा हो वह तो मालामाल होगा और सभी को उनका साथ देना होगा , क्योंकि जब तक आशीष रहेगा तब तक लक्ष्मी जी बरसते रहेंगी और कार्यवाही के नाम पर जीरो होगा व शासन प्रशासन को कई करोड़ रूपयों की चूना लगाया जाएगा ।
*माइनिंग विभाग के आंखों के सामने से चलती है अवैध रेत की गाड़ियां*
वही प्राप्त जानकारी के अनुसार जब खनिज निरीक्षक आशीष गढ़पाले या उनके साथ में रहे अधिकारी कभी निरीक्षण करने निकल गए और उनकी नजर जब रेत की गाड़ियों पर पड़ती है तब शायद उनकी नजर कमजोर और फीकी पड़ जाती है , लेकिन जैसे ही दूसरे जिले की गाड़ियां दिखती है तो उनको आंख में चश्मा लगाने की जरूरत नहीं रहती है उनको गाड़ियां दूर से ही दिख जाती है , क्योंकि उनको सिर्फ वही गाड़ियां दिखती है जो आशीष के साथ में बिकती नहीं है और जो गाड़ी जैसे अवैध रेत की हो या फिर दोस्ती वाली गाड़ी हो वह गाड़ी माइनिंग विभाग को नजर नहीं आती है । रायगढ़ कलेक्टर के निर्देशों का पालन नहीं करके कलेक्टर जैसे अधिकारी को ठेंगा दिखाकर उनके कर्मचारी रायगढ़ जिले में अवैध वसूली कर मालामाल हो रहे हैं और कई गाड़ियों पर कार्यवाही ही नहीं कर रहे हैं और कुछ पर कार्यवाही करके सिर्फ वाह वाही लूट रहे हैं ।
*भरत अग्रवाल द्वारा*


