*बनिया पारा के महाराजा गणपति बप्पा का विसर्जन*

सारंगढ़ । बनिया पारा के महाराजा गणपति बप्पा का विसर्जन का उत्सव पूरे जोश और भक्ति के साथ संपन्न हुआ । रंग बिरंगी जगमगाती बिजलीयों ने नगर की सड़कों को उत्सव मय बना दिया ।जिसमें विघ्नहर्ता गणपति बप्पा विराजित थे । बनिया पारा के युवा और महिला सभी युवा सफेद कपड़ो से वही महिलाएं लाल रंगों से सुसज्जीत थी जो इस गणेश विसर्जन के लिए विसर्जन झांकी में निकले , वही दुर्ग से आयी हुई ढोल , ताशा पार्टी ने लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया । लोग घंटों चौक चौराहे पर खड़े होकर दुर्ग से आयी हुई ढोल पार्टी को देखते रही । झांकी में रंग बिरंगी लाइटें , आधुनिक म्यूजिक सिस्टम दर्शकों के लिए आकर्षक का केन्द्र बिन्दु बाना था । श्रीमती सुरेश केसरवानी ने कहा कि – गणेश उत्सव का सबसे भावुक और महत्वपूर्ण क्षण गणपति विसर्जन होता है।जिस उत्साह और श्रद्धा से हम बप्पा का घर में स्वागत करते हैं , उसी श्रद्धा और प्रेम से उन्हें विदा करते हैं ।

विदित हो कि – केशरवानी समाज के पूर्व अध्यक्ष देवेन्द्र केसरवानी ने बताया कि – यह विसर्जन जीवन के सत्य का प्रतीक है कि – जो आया है उसे जाना भी है । मिट्टी के गणपति को पानी में विसर्जित करना प्रकृति से जुड़ाव और पर्यावरण संरक्षण का संदेश है । गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ का जय घोष हमें आशा और उत्साह से भर देता है । पत्रकार दीपक अग्रवाल ने बताया कि – विसर्जन केवल विदाई नहीं बल्कि नए आरंभ का प्रतीक है । यह हमें बप्पा के आशीर्वाद के साथ अगले वर्ष तक अच्छे कर्म करने की प्रेरणा देता है । विसर्जन शोभा यात्रा नगर के मुख्य मार्ग से होकर निकली और नगर के खाड़ाबंद तालाब में विसर्जित किया गया ।