*गरीब हितग्राहियों के 3 माह के राशन में पंचायत सचिव का डाका*

सारंगढ़ । जिले के ग्रापं बोंदा मे ग्रापं सचिव सुनील तिवारी द्वारा गरीबों के हक में डाका डालने का मामला सामने आया है । आरोपियों ने शा. उचित मूल्य की दुकान संचालित की और मिलकर APL और बीपीएल परिवार को कम कीमत में मिलने वाले 3 माह के राशन सामग्री का गबन किया है । ग्रामीणों की माने तो सचिव सुनील तिवारी ने सिर्फ कुछ रसूख दारों को ही चावल वितरण किया है व दर्जनों के राशन को हड़प लिया है। बार बार निवेदन करने पश्चात भी ज़ब सचिव की दबँगई के आगे ग्रामीणों की नहीं सुनी गयी तो मजबूरन ग्रामीण सड़को पर उतरकर शिकायत करने उतारू हो गये। ग्रापं बोन्दा में शासन के आदेशानुसार तीन माह का चावल वितरण होना था जो कि – आज तीन माह उपरांत भी आधे से ज्यादा हितग्राही को चावल वितरण सचिव तिवारी द्वारा नहीं दिया गया है।
ग्रापं बोंदा में सचिव द्वारा दुकान संचालित किया जाता है । पंचायत सचिव सुनील तिवारी पिछले 15 – 20 वर्षों से बोन्दा पंचायत सचिव के रूप में जमा हुआ है । जनता पिछले कई वर्षों से ग्रापं सचिव के कार्यशाली से त्रस्त है।आज दिनांक उपरांत कभी भी चावल वितरण सही समय , सही तरीके से नहीं होता आ रहा है । जिस के चलते 7 सितंबर 25 को राशन वितरण केंद्र में ग्रामीण वितरण समिति के बीच विवाद उत्पन्न हुआ है । इस तरह का विवाद प्रत्येक माह होता आ रहा है जनता प्रत्येक माह चावल वितरण के समय परेशान होते आ रहे हैं। ग्रामीणों ने उक्त पं सचिव पर दंडात्मक कार्यवाही करते हुए चावल वितरण सुचारू रूप से चलाने के लिए वितरण केंद्र के विक्रेता नित्यानंद थनापत को निर्देशित करने की मांग की है। ग्रामीणों ने मीडिया के हवाले संदेह जाहिर करते हुए कहा कि – ग्रापं में भ्रष्टाचार को अंजाम देने वाले सचिव खिलाफ मौखिक शिकायत के बाद भी सचिव सुनील तिवारी ग्राम बोंदा मे जमे है ।पीडीएस मे अनिनीमिता के खिलाफ शिकायत बाद भी उनके खिलाफ कार्यवाही ना होना संदेह को जन्म देता है। अब ग्रामीणों द्वारा सवाल उठाया जा रहा है कि – सचिव के ऊपर किस नेता और अधिकारी का संरक्षण प्राप्त है जानना लाज़मी होगा ?