पूर्व डीईओ एलपी. पटेल की कार्यशैली पर शिकंजा
जांच में दो बिंदुओं पर अनियमितता प्रमाणित, कार्यवाही की संस्तुति

सारंगढ़। शिक्षक युक्तियुक्त करण प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं को लेकर जपं अध्यक्ष श्रीमती ममता सिंह ठाकुर और शिक्षक साझा मंच सारंगढ़ द्वारा पूर्व डीईओ एलपी. पटेल के खिलाफ की गई शिकायत अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। जांच रिपोर्ट में दो बिंदुओं पर पटेल की लापरवाही प्रमाणित हुई है । जिसके आधार पर उनके विरुद्ध कार्यवाही हेतु प्रस्ताव लोक शिक्षण संचालनालय को भेजा गया है। कलेक्टर सारंगढ़ को सौंपे गए 19 बिंदुओं वाले इस ज्ञापन की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई थी । जांच के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि – पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के युक्तियुक्तकरण व काउंसिलिंग प्रक्रिया में नियमों को दरकिनार किया गया। विकासखंड बरमकेला की छ एकल शिक्षकीयशाला डभरा, बिजनीडीपा, छिन्द पतेरा, सुखापाली, बोरे और भराली तथा विकासखंड सारंगढ़ की शा पूर्व मा शाला जसरा को काउंसिलिंग की रिक्त पदों की सूची में शामिल नहीं किया गया था, जबकि – बीईओ बरमकेला, सारंगढ़ द्वारा इन्हें एकल शिक्षकीय स्कूलों की सूची में भेजा गया था।
यह कार्यवाही स्पष्ट रूप से शासन के दिशा-निर्देशों के विपरीत थी और पूर्व डीईओ एल.पी. पटेल द्वारा की गई गंभीर लापरवाही का प्रमाण है। जांच में दोष सिद्ध होने के बाद कलेक्टर ने उच्च अधिकारियों को कार्रवाई हेतु पत्र प्रेषित कर दिया है। साथ ही इस पूरे मामले में और भी संबंधित अधिकारियों की भूमिका की जांच एवं कार्यवाही की सिफारिश की गई है। कलेक्टर द्वारा की गई अनुशंसा के बाद शिक्षा विभाग में हलचल मच गई है व लापरवाह अधिकारी में हड़कंप मच गया है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि उच्च शिक्षा विभाग इस मामले में क्या सख्त कदम उठाता है ।