*अघोषित बिजली कटौती व अधूरी जल योजना से त्रस्त सारंगढ़िया*
*बारिश ने खोली व्यवस्था की पोल, मच्छरों का कहर, जनता बेहाल*

सारंगढ़ । बरसात के आते ही नगरीय क्षेत्र का जनजीवन अस्त – व्यस्त हो चुकी है । जहां सब से बड़ी समस्या बन कर उभरी है बिजली विभाग की अघोषित बिजली कटौती जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कभी भी बिजली गुल हो जाती है व घंटों तक आपूर्ति बाधित रहती है गर्मी और उमस के बीच लोगों का जीवन दूभर हो गया है। वहीं दूसरी ओर, बारिश के पानी से गलियों और मोहल्लों में जलभराव हो रहा है, जिससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है, लेकिन नगर पालिका या संबंधित विभागों की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं । PHE विभाग की लापरवाही भी लोगों की परेशानी को और बढ़ा रही है। जल जीवन मिशन के तहत खोदे गए गड्ढे अब मौत के कुएं बन चुके हैं । अधूरे कार्य स्थल पर कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा व्यवस्था नहीं होने से हादसे की आशंका बनी हुई है ।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ व सिर्फ कागजों पर योजनाएं चला व बना रही है, जबकि – जमीनी हकीकत इसके ठीक विपरीत है। लोग पूछ रहे हैं कि – बारिश में हर साल ऐसे ही हालात क्यों बनते हैं ? और जिम्मेदार कब तक खामोश रहेंगे ? संवेदनशील कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे से जनता ने मांग की है कि – बिजली आपूर्ति को स्थिर किया जाए । जलभराव की निकासी हो, मच्छर नाशक दवाओं का छिड़काव किया जाए । जल जीवन मिशन के कार्यों को जल्द पूरा किया जाए यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो क्षेत्र में जनाक्रोश पनप सकता है और आंदोलन की स्थिति बन सकती है।