*अस्वस्थ चल रहे भोला नंदी का उपचार के दौरान निधन*

सारंगढ़ । नगर के सबसे बड़े नंदी का लंबी बीमारी के बाद कल रात्रि निधन हो गया इस नंदी को नगर के गौसेवकों ने इसके हष्ट पुष्ट शरीर के कारण भोला नाम दिया था ।इनके पैर के खुर में गत 10 माह से घाव हो गया था तब गौसेवकों द्वारा उसे आजाद चौक से पिकअप में लादकर अस्पताल पहुंचा था , जहां उसका कुछ दिन उपचार चला थोड़ा स्वस्थ होने पर नंदी फिर से नगर में घुमता रहा , पर पैर पूरी तरह से ठीक न होने से नगर में और कई लोगो ने भी उसकी देख भाल कियें । सप्ताह भर पूर्व नया तालाब के पीछे शंकर जी के मंदिर के पास भोला फिर से अस्वस्थ हो गया और चल फिर नहीं पाया इसकी जानकारी लगने पर 20 से 25 गौसेवकों ने कल रात्रि पुनः इसे मंदिर के पास से उठाकर पशु चिकित्सालय ले गये , जहां उसका उपचार किया जा रहा था । इस दौरान गौसेवकों ने भोला को देखा तो उसकी सांसें धीरे धीरे कम हो रही थी इस पर कुछ युवकों ने उसके मुंह में गंगाजल डाला गंगाजल पीने के कुछ देर बाद ही भोला ने अंतिम सांस लिया । वहां उपस्थित गौसेवकों मैं थोड़ी मायूसी छा गई इस पर कुछ लोगों ने कहा कि – आज ही पवित्र सावन मास लगा है और शायद भोला आज का ही इंतजार कर रहा था ।शनिवार की सुबह गौसेवकों द्वारा उसकी सद्गति की कामना करते हुवे उसका अंतिम संस्कार किया गया ।