नाकोड़ा इस्पात उद्योग के खिलाफ ग्रामीणों का जोरदार विरोध, पत्रकारों से की बदसलूकी

अजय तिवारी / अध्यक्ष रायपुर संभाग, विश्व हिंदु महासंघ भारत तिल्दा-नेवरा के अनुसार, मेसर्स नाकोड़ा इस्पात एवं पांवर उद्योग का ग्रामीणों ने घोर विरोध किया।
मेसर्स नाकोडा इस्पात एंड पांवर लिमिटेड की संचालन को लेकर पर्यावरण जनसुनवाई आयोजित किया गया था, जिसका क्षेत्र के लोगों ने जमकर विरोध किया। सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीणों ने हाथ में उद्योग के खिलाफ में तख्ती लिये नारेबाजी करते हुए जनसुनवाई निरस्त करने की मांग कर रहे थे।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उद्योग प्रबंधन और पर्यावरण विभाग के बीच सांठगांठ है और उद्योग प्रबंधन ने अनाधिकृत रूप से सहमति पत्र लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि उद्योग प्रबंधन ने रूपये पैसे का प्रलोभन देकर सहमति पत्र में हस्ताक्षर कराया है।
ग्रामीणों के विरोध के चलते उद्योग प्रबंधन ने अपना आपा खो दिया और पत्रकारों के साथ बदसलूकी की। पत्रकारों को रिपोर्टिंग करने से रोका गया और उनके अधिकारों का हनन किया गया।
ग्रामीणों ने सवाल किया कि जो उद्योग अभी से गुंडागर्दी में उतर आया है, कंपनी खुलने के पश्चात उनका रंग कैसा होगा?

