*जश्न ए ईद मिलाद का निकला भव्य जुलूस*

सारंगढ़ । यह अवसर है ईद मिलादुन्नबी का, जिसे हज़रत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है । उनका जन्म इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी उल अव्वल की 12 तारीख को हुआ था । हज़रत मोहम्मद साहब पूरी मानवता के लिए एक आदर्श व मार्गदर्शक बन कर आए । यानी पैग़म्बर का जीवन इंसानियत, भाईचारे और रहमत का पैग़ाम लेकर आया । उनके जन्मदिन पर आज बड़े मस्जिद से शहर के मुख्य मार्ग होते,छोटे मस्जिद के पास मुस्लिम जमात की शोभा यात्रा पहुंची , जहां नंदा चौक पर मुस्लिम समाज द्वारा भव्य स्वागत और ठंडा पिलाया गया । जामा मस्जिद के अध्यक्ष शेख जुम्मन ने बताया कि – हज़रत मोहम्मद साहब ने हमें सिखाया कि – हमेशा सच बोलो । किसी के साथ अन्याय मत करो गरीब यतीम और मजबूर लोगों की मदद करो । इंसानियत और भाईचारा सबसे बड़ा धर्म है । नूरानी मस्जिद के अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल ने बताया कि – ईद मिलादुन्नबी केवल खुशी मनाने का दिन नहीं है, बल्कि यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि – हम अपने जीवन को पैग़म्बर साहब की शिक्षाओं के अनुसार चलाएँ । जिस तरह वे गरीबों का सहारा बनते थे, हमें भी जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए । किसी भूखे को खाना खिलाना, किसी दुखी का सहारा बनना ही सच्चा जश्न-ए-मिलाद है । जुलूस का जगह-जगह स्वागत कर ठंडा बांटकर सर्व समाज ने जश्न मनाया ।
