
सारंगढ़ । कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे के निर्देशानुसार जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफआर निराला के द्वारा हॉयर सेकेंडरी स्कूल रायकोना बिलाईगढ़ के बच्चों की स्वास्थ्य परीक्षण के साथ स्वास्थ्य की जानकारी दी । इस प्राचार्य ने कहा कि ऐसी जानकारी इस विद्यालय में किसी अधिकारी के द्वारा पहले बार दी गई । जानकारी काफी शिक्षा प्रद रही शिक्षक के साथ सभी विद्यार्थियों को अच्छा लगा आज के स्वास्थ्य की चर्चा में एनीमिया / रक्त अल्पता / खून की कमी के कारण ,उसकी पहचान , लक्षण ,शरीर पर खून की कमी के कारण पड़ने वाले प्रभाव जैसे खून की कमी होने पर IQ कम से कम 10 % की कमी हो जाना , बच्चों की शारीरिक एवं मानसिक विकास में कमी होना ,बच्चों में सीखने ,समझने के क्षमता में कमी का होना ,तथा बच्चों में एकाग्रता की कमी होना प्रमुख फैक्टर है इसके कारण बच्चे बीमार रहने , स्कूल में उपस्थिति का कम होना परिणाम बच्चे का रिजल्ट प्रभावित होता है अंत में जवाब प्राचार्य जी को देना होता है यदि खून की कमी के बचाव को देखे तो अच्छे संतुलित आहार के साथ आयरन गोली की पूरक आहार लेने से ठीक किया जा सकता है। आयरन की गोली 10 वर्ष से 19 वर्ष के बीच जो नीले रंग की होती है ।
कृमि मनुष्य के शरीर के अंतड़ी में पहुंचता है बड़ा होता है अपनी संख्या बढ़ाता है जिंदा रहने के लिए कृमि मनुष्य के द्वारा ग्रहण किए पोषक तत्वों को ग्रहण करता है तथा मनुष्य के खून को पिता है इस कारण बच्चे या कोई भी के शरीर में खून की कमी होता है । लड़कियों में माहवारी के कारण खून की कमी होती है । सिकल सेल होने के कारण भी खून की कमी होती है । किसी भी प्रकार के लंबे समय तक बीमारी होने पर भी खून की कमी होती है उपरोक्त सभी स्थितियों में खून की कमी को पूरा करना हो तो हमे हर हाल में आयरन को सप्लीमेंट करना होगा जैसे 6 माह से 5 वर्ष के बीच के बच्चों को आयरन की सिरप देना होता है जिसे एक एक ml सप्ताह में दो बार देना होता है ,दूसरी कैटिगरी में प्राइमरी स्कूल के बच्चों को जूनियर WIFS जो पिंक कलर की होती है इसे प्रति मंगलवार को नोडल शिक्षक के द्वारा मध्यान भोजन के बाद खिलाया जाता है आयरन गोली ( WIFS) खिलाने के पानी अवश्य पीनी चाहिए रायकोना के इस विद्यालय में खून की कमी सिकल सेल के कारण होती है यह एक आनुवंशिक बीमारी है आनुवंशिक कैसे होती है CMHO साहब द्वारा ब्लॉक बोर्ड में बना कर बताया और समझाया गया स्कूल के बच्चे इसे देखकर सुनकर प्रसन्न चित नजर आए सीएमएचओ साहब के द्वारा माहवारी के समय बरते जाने वाले सावधानियों के बारे लड़कियों को अलग से कक्षा में समझाया गया ।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षिका प्रमिला खटकर , CHO डाली साहू ,RHO महिला अंजू लहरें ने कहा कि ऐसे किसी लक्षण का पता लगाने पर अपने पारे के मितानिन को अवगत करावे वे इनके सत्यापन कराएंगे विद्यालय में 3 बच्चों की आयुष्मान कार्ड नहीं बनने की जानकारी मिली । जबकि 7 बच्चों में सिकल सेल पॉजिटिव की जानकारी मिले है । विद्यालय में उपस्थित सभी बच्चों ने आज प्रश्न के उत्तर में बताया कि उनके घर परिवार में कोई न कोई सदस्य है तो तंबाखू का प्रयोग का प्रयोग धुआं सहित या धुआं रहित के रूप में लिया जा रहा है जो एक चिंता जनक स्थिति है ।काउंसलिंग करके तंबाखू , गुटखा छुड़ाने के लिए आवश्यक पहल जरूरी है ।इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य LP साहू अध्यापक, CL साहू , TR यादव ,BM कराते ,DR साहू , YK साहू , AK पटेल ,नागेश कोशले , KS चंद्रा , HK रत्नेश तथा मंजूलता वर्मा विद्यालय में 190 विद्यार्थी उपस्थित रहे ।