*गरीबों के मसिहा बन रहें सतीश यादव*

सारंगढ़ । सतीश यादव गरीब परिवारों के बच्चों को देते हैं कपड़े खाद्यान्न सामग्री पढ़ने के लिए उपलब्ध कराते कॉपी-किताबें सड़कों पर भीख मांगते हुए या फुटपाथ पर गंदे कपड़े पहने हुए बच्चे अक्सर नजर आ जाते हैं पर हम अपनी संवेदनाएं प्रकट कर आगे बढ़ जाते हैं। एक शख्स ऐसा भी है जिस से इन बच्चों की दशा देखी नहीं गई और उन्होंने अपनी सामर्थ्य के अनुसार बच्चों के सुधार के लिए काम शुरू कर दिया । समाजसेवी सतीश समय-समय पर झोपड़ी में रहने वाले बच्चों व वनांचल में रहने वाले बच्चों के लिए पढ़ने लिखने हेतू कापी पुस्तक बैग एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराते रहते हैं , सेवा बस्ती में सतीश यादव द्वारा बच्चों को कापी पुस्तक पेन एवं बैग का वितरण किया गया । यादव जी की छोटी सी फेब्रिकेशन है, उससे वह अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। कुछ समय निकालकर वह गरीब और आदिवासी बच्चों के लिए काम करते हैं । यें 11 साल से यह काम कर रहे हैं , कोई काम शुरू करें तो शुरुआत में कुछ कठिनाई तो सामने आती है, लेकिन यदि उद्देश्य अच्छा है तो काम रुक नहीं सकता । यादव कहते है कि – बस्ती में जाकर वे बच्चों को पढ़ाते भी हैं । किसी का जन्म दिन हो तो बस्ती में जाकर ही मनाते हैं। इस काम से उन्हें बहुत सुकून मिलता है।