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प्रियंका गोस्वामी के स्कूल प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ी – बोली से विद्यार्थी हो रहे लाभान्वित
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सारंगढ़ । सारंगढ़ विकासखण्ड अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला दहिदा में पदस्थ सक्रिय एवम ऊर्जावान प्रधान पाठक राज्यपाल पुरूस्कृत शिक्षिका प्रियंका गोस्वामी द्वारा विगत तीन वर्ष तक अथक प्रयास करके स्कूल प्रोजेक्ट बनाया,जिसका शीर्षक “छत्तीसगढ़ी-बोली ” है।
प्रियंका द्वारा इस प्रोजेक्ट को शिक्षा सत्र 2023-24में आरम्भ किया गया ।इस प्रोजेक्ट में सबसे मुख्य विशेषता छत्तीसगढ़ी बोली के माध्यम से शिक्षा को सरल और रुचिकर बनाना है,इस प्रोजेक्ट ने विद्यार्थियों की दशा और दिशा दोनों बदली है ।

NEP 2020 के अनुसार
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यह प्रोजेक्ट राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020के मंशानुरूप है,परियोजना आधारित शिक्षा से विद्यार्थी में उन्नत आलोचनात्मक सोच,बेहतर सहयोग ,वास्तविक दुनिया के कौशल,व्यक्तिगत शिक्षण,ज्ञान धारण करने की क्षमता में वृद्धि होती है ।

प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ी-बोली की विशेषता
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छात्र हितैषी प्रोजेक्ट
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इस प्रोजेक्ट में प्रियंका गोस्वामी ने छात्र हितों को ध्यान में रखा है,उनका कहना है,कि ग्रामीण अंचल के विद्यार्थी अभिव्यक्ति सम्बन्धी समस्या से जूझते हैं,स्थानीय बोली छत्तीसगढ़ी में शिक्षा से जल्दी सीखते हैं एवम उनकी अभिव्यक्ति क्षमता में निखार आता है, इसलिए  छत्तीसगढ़ी बोली में सिखाने से विद्यार्थी शीघ्र ग्रहण करते हैं ।


स्थानीय बोली छत्तीसगढ़ी को बढ़ावा
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प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ी-बोली में स्थानीय बोली छत्तीसगढ़ी द्वारा सीखने की प्रक्रिया को बहुत ही सरल बनाया गया है ।




छत्तीसगढ़ की परम्परा को जीवंत रखने में सहायक
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छत्तीसगढ़ अंचल से जुड़ी विशेषताओं को विद्यार्थियों को उजागर करते हुए सिखाना।

बेहतर शिक्षण
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गोस्वामी का प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ी-बोली बेहतर शिक्षण हेतु सर्वथा उचित है,बच्चों को स्थानीय बोली में जब सिखाया जाता है,तो उनको अनावश्यक तनाव नहीं होता ।

समावेशिता और पहुँच
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प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ी -बोली छत्तीसगढ़ी द्वारा शिक्षा सुनिश्चित करती है,जैसे ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र के बच्चे भी शिक्षा से जुड़ रहे हैं ।

सांस्कृतिक और संज्ञानात्मक विकास
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इस प्रोजेक्ट से स्थानीय बोली में शिक्षा से विद्यार्थियों का संचार कौशल बढ़ा है, विद्यार्थियों को प्रेरणा मिली है। सांस्कृतिक जुड़ाव गहरा हुआ है।

ड्रॉप आउट में कमी
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प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ी बोली से ड्रॉप आउट दर में कमी हुई है।

समय अवधि
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प्रोजेक्ट की समय अवधि तीन वर्ष की रही है,जिसमें शिक्षा सत्र 2023-24 , शिक्षा सत्र 2024-25 , शिक्षा सत्र 2025-26 में प्रियंका गोस्वामी ने अथक मेहनत किया ,जिससे विद्यार्थी लाभान्वित हो रहें हैं ।

शुभकामनाएं
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विद्यार्थी हितैषी इस स्कूल प्रोजेक्ट के लिए जिला शिक्षा अधिकारी जे. आर. डहरिया ने प्रियंका गोस्वामी को बधाई प्रेषित की है ,साथ ही शिक्षक अभिषेक पुरी गोस्वामी,संजय कुमार मिश्रा, अशोक कुमार खरे,असरिता टोप्पो,खेमराज पटेल ने गोस्वामी को शुभकामनाएं दी हैं ।

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